Thursday 19 February 2015

भूख !






ईश्वर ने भूख सबको दी
किन्तु भूख मिटाने की शक्ति ...?
सबको नहीं ...,
ताकतवर कमजोर का ग्रास छीनकर
अपनी भूख मिटाता है ,
कमजोर अपना पेट
सहलाता रहता है l
पाँच सितारा चमकता होटल
होटल के सामने चमकती सड़क
सड़क के किनारे
मैले कुचैले ...
फटे पुराने कपडे लपेटकर कोई
होटल में जानेवालों को
अपना पेट दिखाकर
उनके सामने हाथ फैलाता है
क्योंकि...
खुदा की दी हुई भूख
उसको भी सता रही है l
होटल के अन्दर
बुफे लंचडिनर
खानेवालों की भीड़ हैl
खानेवाले भी भूखे है
स्वादिष्ट व्यंजनों को देखकर
भूख और बढ़ जाती है ,
हर व्यक्ति जितना खा सकता है
प्लेट में उससे ज्यादा खाना भर लेता है ,
आधा खाना खाता है, बाकी छोड़ देता है
दूसरा प्लेट थाम लेता है l
जूठा, स्वादिष्ट खाना
कूड़ेदान की शोभा बढ़ाता है और
कुत्ते का नसीब खुल जाता है l
किन्तु इन्सान....
सड़क पर भूखा रह जाता है l
भूखा कुत्ता दौड़कर
मुहँ में रोटी दबाकर
सड़क पर आता है,
और सड़क पर दो भूखों में
रोटी के लिए जंग छिड़ जाती है l
कौन जीतता है, कौन हारता है
यह बात गौण है ...
उल्लेखनीय बात है कि
इन्सान ने इंसान को कुत्ता बना दिया है,
दौलत के दमक ने उसे अँधा बना दिया है l


कालीपद "प्रसाद "
सर्वाधिकार सुरक्षित

10 comments:

  1. इस भूख ने इंसान को क्या से क्या बना दिया … सार्थक अभिव्यक्ति

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  2. सार्थक प्रस्तुति।
    --
    आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा कल शनिवार (21-02-2015) को "ब्लागर होने का प्रमाणपत्र" (चर्चा अंक-1896) पर भी होगी।
    --
    सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।
    --
    हार्दिक शुभकामनाओं के साथ...
    सादर...!
    डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'

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  3. आपका आभार डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' जी !

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  4. dukhad isthiti hai charo or ..sundar rachna ...

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  5. yah bhukh hoti bhi aisi hi hai ....बहुत सुंदर

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  6. बहुत सुन्दर और संवेदनशील प्रस्तुति...

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  7. गहरा और कडुवा सच लिखा है ... भूख सब कुछ करा देती है इंसान को ...

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  8. लटके हुए पेट का वजन सह नहीं सकती एक रीढ़ की हड्डी, चिपके हुए पेट की कसं सह नहीं सकती एक और रीढ़ की हड्डी. बहुत हद तक साम्य है पर साम्यवाद नहीं, शायद यही समाजवाद है जनतंत्र नहीं. भूख के अनेक रूप और उदाहरण हैं, आपका चित्रण झकझोरने वाला है.

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