tag:blogger.com,1999:blog-1391458401598680519.post5233546635985767834..comments2024-03-10T13:53:01.916+05:30Comments on मेरे विचार मेरी अनुभूति: क्या हो गया है हमें?*कालीपद "प्रसाद"http://www.blogger.com/profile/09952043082177738277noreply@blogger.comBlogger8125tag:blogger.com,1999:blog-1391458401598680519.post-64579412568123143032015-01-16T11:29:06.422+05:302015-01-16T11:29:06.422+05:30खट्टी-मीठी यादों से भरे साल के गुजरने पर दुख तो हो...खट्टी-मीठी यादों से भरे साल के गुजरने पर दुख तो होता है पर नया साल कई उमंग और उत्साह के साथ दस्तक देगा ऐसी उम्मीद है। नवर्ष की हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।<br />संजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1391458401598680519.post-6853697436457000272015-01-15T19:23:48.835+05:302015-01-15T19:23:48.835+05:30मकर संक्रांति की शुभकामनाएँ!!मकर संक्रांति की शुभकामनाएँ!!Himkar Shyamhttps://www.blogger.com/profile/18243305513572430435noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1391458401598680519.post-7335109824669489672015-01-15T17:34:38.367+05:302015-01-15T17:34:38.367+05:30बढ़िया चिंतनशील रचना ...
मकर संक्रांति की हार्दिक श...बढ़िया चिंतनशील रचना ...<br />मकर संक्रांति की हार्दिक शुभकामनायें!कविता रावत https://www.blogger.com/profile/17910538120058683581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1391458401598680519.post-50825464376546754782015-01-15T16:49:53.004+05:302015-01-15T16:49:53.004+05:30स्पष्ट अभिव्यक्ति के लिए धन्यवाद ! पसन्द आना या न ...स्पष्ट अभिव्यक्ति के लिए धन्यवाद ! पसन्द आना या न आना व्यक्तिगत प्रश्न है !<br />उदार व्यक्ति केलिए "वसुधैव कुटुम्बकम " के आधार पर जो एहसास हुआ उसे व्यक्त किया |उससे आगे कुछनही |कालीपद "प्रसाद"https://www.blogger.com/profile/09952043082177738277noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1391458401598680519.post-46832329935986789352015-01-15T11:14:25.122+05:302015-01-15T11:14:25.122+05:30मान्यवर मुझे आपका लेख अच्छा नहीं लगा....मान्यवर मुझे आपका लेख अच्छा नहीं लगा....Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/05563959505839391712noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1391458401598680519.post-87850010455223630652015-01-08T15:02:46.557+05:302015-01-08T15:02:46.557+05:30अर्थ की तरफ ही भाग रहे हैं हम सब ... वासना ... केव...अर्थ की तरफ ही भाग रहे हैं हम सब ... वासना ... केवल भूख ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1391458401598680519.post-16015544885782967962015-01-08T09:03:26.944+05:302015-01-08T09:03:26.944+05:30सब राजनीति के खेल हैं , मंगलकामनाओं के साथ !सब राजनीति के खेल हैं , मंगलकामनाओं के साथ !Satish Saxena https://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1391458401598680519.post-92166758285886420042015-01-06T10:44:36.715+05:302015-01-06T10:44:36.715+05:30बहुत सुंदर रचना.बहुत सुंदर रचना. राजीव कुमार झा https://www.blogger.com/profile/13424070936743610342noreply@blogger.com