tag:blogger.com,1999:blog-1391458401598680519.post5010752816503707079..comments2024-03-10T13:53:01.916+05:30Comments on मेरे विचार मेरी अनुभूति: ईश्वर को पत्र कालीपद "प्रसाद"http://www.blogger.com/profile/09952043082177738277noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-1391458401598680519.post-56869851790546797332018-11-23T14:17:56.309+05:302018-11-23T14:17:56.309+05:30हर शब्द बहुत कुछ कहता हुआ, बेहतरीन अभिव्यक्ति के...हर शब्द बहुत कुछ कहता हुआ, बेहतरीन अभिव्यक्ति के लिये बधाई के साथ शुभकामनायें ।<br />संजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1391458401598680519.post-61207035669049677612018-11-19T23:34:33.488+05:302018-11-19T23:34:33.488+05:30'ईश्वर को पत्र ' काली प्रसाद जी लिखते हैं ...'ईश्वर को पत्र ' काली प्रसाद जी लिखते हैं :ज़वाब कोई भी दे सकता है क्योंकि वह सबमें हैं आकार निराकार सगुण - निर्गुण ,राजा -रंक ,दुर्योधन -युधिष्ठिर भी वही है। राम -रावण भी सब कुछ जो दीखता है उसी की लीला का विस्तार है। <br /><br />सगुण मीठो खाँड़ सो ,निर्गुण कड़वो नीम ,<br /><br />जाको गुरु जो परस दे ,ताहि प्रेम सो जीम। <br /><br />जाकी रही भावना जैसी,<br /><br /> प्रभ मूरत देखि तिन तैसी। <br /><br />जिन खोजा तिन पाइयाँ ,गहरे पानी पैठ। <br /><br />जो बौरी डूबन डरी , रही किनारे बैठ। <br /><br />असली सवाल है आस्था ,श्रद्धा ,प्रेम। क्या हम उसे प्रेम करते हैं जानते हैं उसे या सुना सुनाया दोहराते हैं ?<br />साँच कहूँ सुन लेओ सभै ,<br /><br />जिन प्रेम कियो ,तिन ही प्रभ पायो। <br />vigyanpaksh.blogspot.com<br />veerujan.blogspot.com<br />veeruji05.blogspot.comAnonymoushttps://www.blogger.com/profile/04532342283593466150noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1391458401598680519.post-37345246439707861522018-11-18T18:11:59.868+05:302018-11-18T18:11:59.868+05:30आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल सोमवार (19-...आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल सोमवार (19-11-2018) को <a href="javascript:void(0);" rel="nofollow"> "महकता चमन है" (चर्चा अंक-3160) </a> पर भी होगी।<br />--<br />चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।<br />जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।<br />--<br />हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।<br />सादर...!<br />राधा तिवारीradha tiwari( radhegopal)https://www.blogger.com/profile/09630389878761098417noreply@blogger.com