नौ रसों से भरा है यह प्रकृति,
गौर से देखो इस प्रकृति को ,
रस-रंगों से ही सजीव है जीवन
भरपूर जिओ इस जिंदगी को,
इस बात का करो अहसास प्रिये
यदि रस है सही संतुलन लिए ,
प्रकृति जितना सुन्दर है और है मधुर
जीवन यात्रा भी बनता है मधुर से सुमधुर
संतुलन जब रसों का बिगड़ता है
तन,मन ,जीवन में भूचाल आता है |
हर रस का जायका है अलग, अलग है प्रभाव
सामंजस्य सुखदायक,असंतुलन डालता कुप्रभाव
समझदारी से इन रसों का आश्वादन करना है
किसी एक से प्रेम,दुसरे से नफरत नहीं करना है|
‘भयानक’ भय का कारण है,साहस से भय भगाना है
‘वीर’ में गर ज्ञान हो तो ,विजय पाना आसान है
सफलता-असफलता,सुख-दुःख ,जीवन का अंग है
दुःख में ‘करुणा’ प्रबल है,सुख में ‘हास्य’ परिहास है|
‘रौद्र’ रूप, गुस्सा है दो धारी तलवार,इससे बचना है
प्रेम–धागा को काटता और गृहशांति को बलि चढ़ाता है
निवेदन करता हूँ प्रिये ,मेरा अनुरोध तुम रखना
जीवन के ऊँच नीच में मुझे ‘वीभत्स’ रूप ना दिखाना|
छोडो गुस्सा,रोना धोना ,हंसो खिलो फूलों की तरह
छोटो पर स्नेह का वर्षा करो,मुझ पर प्रेम का अनुग्रह
'श्रृंगार' मुझे बहुत प्रिय है ,खूब सजो सवारों जी भर कर
शान्ति का अहसास होता है,तुम्हे यूँ सजे संवरे देख कर |
मन की शान्ति ,तन की शान्ति, 'शान्त' हो धर बाहर
तुम्ही हो हास्य ,प्रेम ,शांति स्वरूपा ,मेरे मन के अन्दर
जीवन की है यही नियति ,कभी हँसना कभी है रोना
अचानक करवट लेती है जिंदगी ,इसमें आश्चर्य ना होना |
जैसे मोड़ ले जिंदगी वैसे ही उसे स्वीकार करना
जैसे बयार बहे प्रकृति में ,वैसे ही जीवन को ढालना ,
चार दिवार का मकान हो या हो उजड़ा उपवन
बहती है जब प्रेम की बयार ,वन जाता है वह शांति वन |
बहुत ही खुबसूरत अनुभूति-
ReplyDeleteअच्छा प्रगटीकरण
सादर
बहुत ही सुन्दर और प्रभावी प्रस्तुति,सादर।
ReplyDeleteआपकी यह उत्कृष्ट प्रस्तुति कल शुक्रवार (20.06.2014) को "भाग्य और पुरषार्थ में संतुलन " (चर्चा अंक-1649)" पर लिंक की गयी है, कृपया पधारें और अपने विचारों से अवगत करायें, वहाँ पर आपका स्वागत है, धन्यबाद।
ReplyDeleteआपका आभार राजेन्द्र कुमार जी !
Deleteउम्दा रचना
ReplyDeleteअद्धभुत अभिव्यक्ति
प्राकृति का हर रंग जीवन में उतरता है किसी न किसी समय ....
ReplyDeleteभावपूर्ण रचना ...
बहुत ही सुन्दर प्रकृति का रूप:)
ReplyDeleteबहुत सुन्दर भाव और चित्र के साथ अभिव्यक्ति .... !!
ReplyDeleteबढ़िया उत्तम रचना , सर धन्यवाद !
ReplyDeleteI.A.S.I.H - ( हिंदी में समस्त प्रकार की जानकारियाँ )
बहुत ख़ूबसूरत प्रस्तुति...
ReplyDeleteसुन्दर सन्देश शुभकामनाएं...
ReplyDeleteनवरस धार ज़िंदगी
ReplyDeleteबहुत सुंदर ।
ReplyDeleteनवरस का आनंद देती सुन्दर कविता !
ReplyDeleteबहुत खूब |
ReplyDeleteसृष्टि के नौ रूपों का अद्भुत वर्णन किया है ,बहुत सुन्दर
ReplyDeleteसुंदर, प्रभावी प्रस्तुतिकरण !
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