वर्ष 2013 आप सबको मंगलमय हो , सुख समृद्धि दायक हो।
नया वर्ष मुबारक हो सबको
नई किरणे प्रेरणा दायक हो सबको
नया प्रभात की नई किरणे
उमंग पंख लगा दे सबको
और ले जाये उस ऊंचाई पर
छू ले आप नई शिखर को
नया वर्ष मुबारक हो सबको।
भेद -भाव ,धर्म -धर्म का
ऊँच -नीच ,जात -पात का
विषमता जन -जन का
सबको धरती में दफ़न कर
उसपर प्रेम का नया पौध लगाकर
स्वागत करो नया वर्ष को
नया वर्ष मुबारक हो सबको।
काल चक्र की गति अविराम
नया सहस्राब्दी है जिसका परिणाम
नई शताब्दी के त्रयोदश वर्ष के
आगमन का शाक्षी हम
आओ करे मिलकर स्वागत
नवीन सूर्य की नई किरणों को
नया वर्ष मुबारक हो सबको।
नई निशा, नई उषा
नया सूरज और नई किरण
आशा, विश्वास और उत्साह से
भर दे सबका मन।
नई दिशा हो ,प्रेम की भाषा हो
आनन्द , ख़ुशी ,सुख ,समृद्धि हो
छुए आप सफलता की नई ऊंचाई को
आओ करे मिलकर स्वागत
नई आशा ,नया विश्वास को
नया वर्ष मुबारक हो सबको।
कालीपद "प्रसाद "
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नोट : यह कविता जनवरी 2000 में मैंने लिखा था। 17 वीं पंक्ति में मैंने परिवर्तन कर "प्रथम " के स्थान पर" त्रयोदश " किया है।