शैल की पुत्री शैलजा तू,
सारे जग की यशस्विनी माँ,
योगिनी रूप, करती है तप
है तू ही ब्रह्मचारिणी माँ |
चन्द्रघन्टा, कूष्मांडा रूप
स्कन्दमाता, कात्यायनी माँ |
तू कालरात्री, महागौरी
सिद्धि दात्री सिंह वाहिनी माँ |
मंगल करनी शरणागत का
सर्वदा संकट मोचनी माँ |
असूर संहार हेतु है तू
पास, खड्ग, शूल धारिणी माँ |
दैहिक मानसिक कष्ट मेरा
दूर कर, शोक बिनाशिनी माँ |
तू सर्व कर्म फल प्रदायिनी
महिष मर्दिनी, विन्द्ध वासिनी माँ |
ईमान मान धर्म आचरण
सदैव तू धर्म धारिणी माँ |
करुना सागर, विपत्तारिणी
तम हारिणि ज्ञान दायिनी माँ |
मंत्र तंत्र हीन, हूँ मैं दीन
कृपा मुझ पर कर सुरेश्वरि माँ |
सारे जग की यशस्विनी माँ,
योगिनी रूप, करती है तप
है तू ही ब्रह्मचारिणी माँ |
चन्द्रघन्टा, कूष्मांडा रूप
स्कन्दमाता, कात्यायनी माँ |
तू कालरात्री, महागौरी
सिद्धि दात्री सिंह वाहिनी माँ |
मंगल करनी शरणागत का
सर्वदा संकट मोचनी माँ |
असूर संहार हेतु है तू
पास, खड्ग, शूल धारिणी माँ |
दैहिक मानसिक कष्ट मेरा
दूर कर, शोक बिनाशिनी माँ |
तू सर्व कर्म फल प्रदायिनी
महिष मर्दिनी, विन्द्ध वासिनी माँ |
ईमान मान धर्म आचरण
सदैव तू धर्म धारिणी माँ |
करुना सागर, विपत्तारिणी
तम हारिणि ज्ञान दायिनी माँ |
मंत्र तंत्र हीन, हूँ मैं दीन
कृपा मुझ पर कर सुरेश्वरि माँ |
कालीपद 'प्रसाद'