यह मुम्बई -देल्ही -काश्मीर ढाबा नहीं है |
मुंबई में बारह रुपये ,दिल्ली में पांच रुपये
भर पेट खाना खाइए ,बब्बर-रसीद कहीन है।
बारह पांच के चक्कर में काहे पड़त हो भैया
रूपया रूपया खाना खाओ ,फारुक जी कहीन है।
अट्ठाईस लाख का सौचालय ,आयोग के अध्यक्ष का
अट्ठाईस का आंकड़ा शुभ है ,अध्यक्ष जी कहीन है।
अट्ठाईस रुपये भरपेट हरदिन ,गरीब खा सकते हैं
ज्याद खायेगा देश गरीब हो जाएगा ,नेताजी कहीन है।
ज्यादा खाते है गरीब ,इसी से महगाई बढती है
'भारत हो गया है पेटू' ,हम नहीं ,वित्त मंत्री कहीन है।
कैदी का खाना ३२ रूपये ,गरीब का खाना २८ रुपये
अच्छा खाना है ,कैदी बन जाओ ,नेताजी का सन्देश है।
अठरह रुपये में एक थाली सांसद को मिलती है
डेढ सौ रुपये उस थाली पर ,सरकार चुकाती है।
कालीपद "प्रसाद"
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