उम्र है कम, काम बहुत, आलस न कर मानव
कर्मफल करेगा पार, संसार महा अर्नव |
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पवित्र मन आधार है, सत्य का धर्माचरण
प्रभु का ध्यान औ' मनन , लौकिक सत्यानुशरण |
प्रभु का ध्यान औ' मनन , लौकिक सत्यानुशरण |
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एकाग्र साधना में, हैं विद्या वुद्धि ज्ञान
आत्मशुद्धि होती है, जब निष्कपट हो मन |
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इंसानियत हीन इन्सान, है पशु, नहीं मानव
अनुकम्पी इन्सान जग में, होते सही मानव |
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कालीपद ‘प्रसाद’
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