अर्ज करो भगवान से,
वे हैं बड़े महान |
सफ़ल करे हर काम में,
सबको देते ज्ञान ||
गए नहीं गर स्कूल
तुम, आओ मेरे पास |
उन्नति होगी वुद्धि
की, छोडो ना तुम आस ||
वर्णों का परिचय
प्रथम, बाकी उसके बाद |
याद करो गिनती सही, होगे
तुम आबाद ||
पढ़ो लिखो आगे बढ़ो,
करो देश का नाम |
पढ़ लिख कर सब योग्य
बन, करना विशेष काम ||
कभी नष्ट विद्या
नहीं, होता है तू जान |
अनपढ़ लोगों के लिए,
दुर्लभ होता ज्ञान ||
‘अ’ से अजगर ‘क’ से
कलम, तनो ’त’ से तलवार |
सरहद पर जो हैं खड़े,
कर रिपु का संहार ||
योद्धा कभी न मानता,
रण में अपनी हार
रक्षक हो तुम देश
के, हो तुम अग्नि कुमार ||
कालीपद 'प्रसाद'
bahut behtarin sarthak rachana...
ReplyDeleteआपका आभार मयंक जी
ReplyDeleteधन्यवाद रीना जी
ReplyDeleteदोहे बहुत ही अर्थपूर्ण होते हैं. आपकी बहुत ही अच्छी प्रस्तुति को सादर करने के लिये धन्यवाद्
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