Thursday, 19 October 2017

दिवाली की हार्दिक शुभकामनाएं


दिवाली की हार्दिक शुभकामनाएं 

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एक दीप ऐसा जले, मन का तम हो दूर
जब मन का तम दूर हो, मिले ख़ुशी भरपूर |

सबकी इच्छा पूर्ण हो, दैव योग परिव्याप्त
हँसी ख़ुशी आनंद हो, रिध्दि सिध्दि हो प्राप्त |
 *************शुभ दिवाली*************


कालीपद 'प्रसाद'



3 comments:

  1. आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल शुक्रवार (20-10-2017) को
    "दीवाली पर देवता, रहते सदा समीप" (चर्चा अंक 2763)
    पर भी होगी।
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    सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।
    --
    चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।
    जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।
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    दीपावली से जुड़े पंच पर्वों की
    हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
    सादर...!
    डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'

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  2. आपकी इस पोस्ट को आज की बुलेटिन कार्तिक पूर्णिमा ~ देव दीपावली और गुरु पर्व की हार्दिक शुभकामनाएँ - ब्लॉग बुलेटिन में शामिल किया गया है। कृपया एक बार आकर हमारा मान ज़रूर बढ़ाएं,,, सादर .... आभार।।

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  3. बहुत सुन्दर ..
    आपको भी दीपावली की शुभकामनाएं!

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