अपनी असफलता पर, तू न मायूस हो, न गम कर ,
खाई से होकर ही चढ़ते हैं शिखर पर ,शिखर पर तू नज़र रख।
अपनी कमज़ोरी का तू न नुमाइश कर , उसे पह्चानले ,
याद रख ,वही दिलायेगी सफलता ,तू उसका ख्याल रख।
वाक पटुता है, शब्द शक्ति है, शब्दों में मिठास भी है,
गर ये किसी के दिल में दर्जा न पाये ,तो सब ना काफ़ी है।
मन्जिल तक पहुँचने के लिए चलना तो पढ़ेगा ,
लड़ाई जितने के लिए हिम्मत से लड़ना तो पड़ेगा।
जिसने भी हिम्मत हारा ,परीक्षा से मुहँ मोड़ा ,
मिट गया वह ,जग ने भी उसको भुला दिया।
कालीपद "प्रसाद "
© सर्वाधिकार सुरक्षित
खाई से होकर ही चढ़ते हैं शिखर पर ,शिखर पर तू नज़र रख।
अपनी कमज़ोरी का तू न नुमाइश कर , उसे पह्चानले ,
याद रख ,वही दिलायेगी सफलता ,तू उसका ख्याल रख।
वाक पटुता है, शब्द शक्ति है, शब्दों में मिठास भी है,
गर ये किसी के दिल में दर्जा न पाये ,तो सब ना काफ़ी है।
मन्जिल तक पहुँचने के लिए चलना तो पढ़ेगा ,
लड़ाई जितने के लिए हिम्मत से लड़ना तो पड़ेगा।
जिसने भी हिम्मत हारा ,परीक्षा से मुहँ मोड़ा ,
मिट गया वह ,जग ने भी उसको भुला दिया।
कालीपद "प्रसाद "
© सर्वाधिकार सुरक्षित
अनुपम भाव लिये उत्कृष्ट प्रस्तुति
ReplyDeleteआपकी यह बेहतरीन रचना बुधवार 12/12/2012 को http://nayi-purani-halchal.blogspot.in पर लिंक की जाएगी. कृपया अवलोकन करे एवं आपके सुझावों को अंकित करें, लिंक में आपका स्वागत है . धन्यवाद!
ReplyDeletebahut sundar likha hai
ReplyDeleteबहुत उत्कृष्ट भाव...बहुत सुन्दर
ReplyDeleteबहुत सुन्दर भाव उत्कृष्ट प्रस्तुति
ReplyDeleteबहुत सुन्दर भाव..उत्कृष्ट प्रस्तुति..
ReplyDeleteसुन्दर ओजमयी भाव.
ReplyDeleteमंज़िल तक पहुंचने के लिए चलना तो पड़ेगा
लड़ाई जीतने के लिए हिम्मत से लड़ना तो पड़ेगा
बहुत सही कहा आपने…
आदरणीय कालीपद "प्रसाद"जी !
ग़ज़ल तो नहीं , एक रचना कह सकते हैं
अच्छे काव्य-प्रयास के लिए बधाई !
लिखते रहें … और श्रेष्ठ लिखते रहें …
शुभकामनाओं सहित…
राजेन्द्र स्वर्णकार
#
12-12-12 के अद्भुत् संयोग के अवसर पर
लीजिए आनंद ,
कीजिए आस्वादन
वर्ष 2012 के 12वें महीने की 12वीं तारीख को
12 बज कर 12 मिनट 12 सैकंड पर
शस्वरं पर पोस्ट किए
मेरे लिखे 12 दोहों का
:)
बहुत ही सुन्दर भावपूर्ण अभिव्यक्त लिया है आपने मनोभावों को. आभार भारत पाक एकीकरण -नहीं कभी नहीं
ReplyDeleteवाह बहुत खूब
ReplyDeleteबहुत सुन्दर भाव...
ReplyDeletebahut khoob .....shandar gajal hr sher umda .
ReplyDeletebehad umda...
ReplyDeletehttp://ehsaasmere.blogspot.in/