अहबाब की नज़र
जिंदगी में है विरल मेरे निराले न्यारे’ दोस्त
हो गए नाराज़ देखो जो है’ मेरे प्यारे’ दोस्त |
हो गए नाराज़ देखो जो है’ मेरे प्यारे’ दोस्त |
एक जैसे सब नहीं बे-पीर सारी दोस्ती
किन्तु जिसने खाया’ धोखा किसको’ माने प्यारे’ दोस्त |
किन्तु जिसने खाया’ धोखा किसको’ माने प्यारे’ दोस्त |
दोस्ती है नाम के, मैत्री निभाने में नहीं
वक्त मिलते ही शिकायत, और ताने मारे’ दोस्त |
वक्त मिलते ही शिकायत, और ताने मारे’ दोस्त |
कृष्ण अच्छा था सुदामा से निभाई दोस्ती
ऐसे’ इक आदित्य ज्यो हमको मिले दीदारे’ दोस्त |
ऐसे’ इक आदित्य ज्यो हमको मिले दीदारे’ दोस्त |
संकटो में साथ दे ऐसा ही’ साथी चाहिए
जिंदगी भर दुःख के साथी है’ वो गम ख्वारे’ दोस्त |
जिंदगी भर दुःख के साथी है’ वो गम ख्वारे’ दोस्त |
एक या दो चार दिन की दोस्ती अच्छी नहीं
जीस्त भर ‘काली’ खरा यारी निभाने लारे’ दोस्त |
जीस्त भर ‘काली’ खरा यारी निभाने लारे’ दोस्त |
कालीपद 'प्रसाद'
उत्कृष्ट व सराहनीय प्रस्तुति.........
ReplyDeleteनववर्ष की हार्दिक शुभकामनाओ सहित नई पोस्ट पर आपका इंतजार .....
आपकी लिखी रचना "पांच लिंकों का आनन्द में" मंगलवार 2जनवरी2018 को लिंक की गई है.................. http://halchalwith5links.blogspot.in पर आप भी आइएगा....धन्यवाद!
ReplyDeleteबहुत सुन्दर.....
ReplyDeleteवाह!!!!
वाह
ReplyDeleteबहुत सुंदर गजल
सादर
Nice post. Really you are a amazing writer. Thanks for sharing
ReplyDeleteDiwali wishes 2018
download movies