Friday 10 January 2014

आम आदमी !

आम आदमी का " आप "सबको प्रिय है आज
असंभव को संभव किया है आम आदमी आज |

निराशा में आशा जगाया ,आम आदमी आज
झोपड़ी में दीप जलाया "आप "के आदमी आज |

सियासतों के पंडितों पर गिरा है आज गाज
मंत्री संत्री सब डर रहे है, आम आदमी से आज |

दिल्ली में बैठे हैं पर दरवार से दूर भ्रष्टाचारी आज
खौफ खाकर ,दुबक कर बैठे हैं "बाहुबली " आज |

वी आई पी सब दुखी है गिरा लालबत्ती पर गाज
"आप "का एलान है " हटाओ लाल बती आज !

कांगेस गमगीन है ,उदास हैं ,छीन गया है राज
"आप" के हाथ ऱाज है अब ,जनता  खुश है आज|

पानी दिया मुफ्त, विजली किया है सस्ता , किन्तु
वायदा पूरा करता कि नहीं ,जनता देख रही है आज |


रिश्वतखोर द्विविधा में हैं रिश्वत लें या ना लें
केजरीवाल का भूत पीछे है,सहम जाते है आज !


कालिपद "प्रसाद "
सर्वाधिकार सुरक्षित



19 comments:

  1. बहुत सुन्दर प्रस्तुति...!
    --
    आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा आज शुक्रवार (10-01-2014) को "चली लांघने सप्त सिन्धु मैं" (चर्चा मंच:अंक 1488) में "मयंक का कोना" पर भी है!
    --
    सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।
    --
    हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
    सादर...!
    डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'

    ReplyDelete
    Replies
    1. चर्चामंच में शामिल करने लिए आपको बहुत बहुत धन्यवाद "मयंक " जी !

      Delete
  2. आज के राजनीतिक परिवेश का सुन्दर चित्र.

    ReplyDelete
  3. AAP ko ek chance to milna chahiye. itna kuch commit kiya hai, janata bhi dekhe ye sachmuch kitna karte hain

    ReplyDelete
  4. आ० सर सुंदर प्रस्तुति , धन्यवाद

    ReplyDelete
  5. आम जनता की आशा और आस्था को बल देती बढ़िया प्रस्तुति ! सभी लोग आशान्वित हो 'आप' की सरकार को देख रहे हैं कि अति उत्साह में जनता से किये वायदे ये पूरे कर पायेंगे या नहीं ! आशंका है कि कम अनुभव और सियासत की दुश्वारियां इनकी योजनाओं के आड़े न आ जायें ! हमारी सारी शुभकामनायें हैं 'आप' के साथ !

    ReplyDelete
  6. देखते हैं आम आदमी के सपने कितने पूरे होते हैं .... सुन्दर प्रस्तुति

    ReplyDelete
  7. sundar rachna....aaj ki baat....par abhi dekhna baki hai....

    ReplyDelete
  8. वाह: बहुत बढिया,..सुन्दर प्रस्तुति...

    ReplyDelete

  9. राजनीति बदलाव पर अच्छी टिपण्णी है यह पोस्ट। शुक्रिया आपकी टिप्पणियों का। २०१४ में मुकाबला त्रिकोणीय होगा "आप "नज़र अंदाज़ नहीं कर सकेंगे "आप "

    ReplyDelete
  10. Wah Bahut badhiya prastuti. AAP kksafalta har kisiki kwahish .

    ReplyDelete
  11. My best wishes to Aam Party and wish great success all over India.

    ReplyDelete
  12. आम जनता पर उम्दा और सटीक रचना |

    ReplyDelete
  13. बहुत सुन्दर रचना .. विषय से मैं सहमत नहीं .. रचना के लिए बधाई ..

    ReplyDelete
  14. आप वंदन ... अच्छा लगा आप पे लिखना आपका ...

    ReplyDelete
  15. नीरज जी ,दिगंबर नसवा जी मैंने यह एक रचनाकार की दृष्टिकोण से लिखा है परन्तु एक विचारक (thinker) की दृष्टि कोण से अगर देखे तो हमने कांग्रेस को ६५ साल से अधिक और जनसंघ जो अब नाम बदलकर भारतीय जनता पार्टी हो गये है ,उनको भी 45साल से ऊपर आजमाए हैं और भारत की जो दशा आज है उसके जिम्मेदार यही दोनों पार्टी है ! अब अगर कोई तीसरा पार्टी यह दम भरता है कि वह भारत को भ्रष्टाचार मुक्त करने की कोशिश करेगा ,तो क्या उन्हें एक मौक़ा नहीं दिया जाना चाहिए ? इसमें सब नये लोग जरुर हैं लेकिन इमानदारी से काम करने का जज्बा तो दिखाई दे रहा है !उनकी सफलता उनकी इमानदारी , कार्यकुशलता और समस्या का समझ पर निर्भर करेगा ! टिप्पणी के लिए आप सबका आभार!

    ReplyDelete