Sunday, 21 August 2016

दोहे

  1. मौसम है बरसात का, मच्छर के अनुकूल
  2. डेंगू और मलेरिया , गन्दी नाली-कूल |
  3. मसक भगाने वास्ते, उत्तम पत्ती नीम   
  4. जलाओ इसे शाम को, नीम का गुण असीम 
  5. छत की टंकी साफ़ हो, घर में पहुँचे धूप
  6. बचने दोनों मर्ज से, करो कुछ दौड़–धूप 
  7. राग द्वेष सब दूर हैं, मन जब होता शांत  
  8. मन वश होता योग से, यही योग सिद्धांत |


© कालीपद ‘प्रसाद’

1 comment:

  1. प्रासंगिक सुंदर रचना...

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