गूगल से साभार |
आओ हम दिवाली मनाएं
मिलकर एक दीप ऐसा जलाएं
जिसमे न तेल जले ,न रुई-बाती हो
इच्छा की बाती हो ,मन का कलुष जलती हो
घर -बाहर से पहले ,हम सबके
मन का अँधेरा दूर करती हो ,
आओ मिलकर एक ऐसा दीप जलायें
आओ हम दीवाली मनाएँ!
दीप जो हर घर को रोशन करे
मुफ़लिस जीवन में उजाला भरे
टूटे रिश्तों को फिर जोड़ दें
भेद भाव का कलुष जला दें
हिंसा द्वेष का भाव भष्म कर दें
मन में भर दे बिश्वास और आशाएं
आओ मिलकर एक दीप जलाएं
आओ हम दीवाली मनाएं!
पटाखे न जलाओ मेरे देश के बच्चों
यह पर्यावरण का दुश्मन हैं
और यह धन की बर्बादी भी है !
अगर तुम अधिक ख़ुशी चाहते हो
उस पैसे से मुहताजों को मिठाई खिला दो ,
देंगे दुआएँ तुम्हे ,मिलेगी खुशियाँ तुम्हें
आओ मिलकर एक ऐसा दीप जलाएं
आओ हम दीवाली मनाएं!
आप सबको दिवाली की हार्दिक शुभकामनाएँ!
कालीपद "प्रसाद "
©सर्वाधिकार सुरक्षित
बहुत सुंदर !!
ReplyDeleteदीपावली कि हार्दिक शुभकामना !!
बहुत सुन्दर प्रस्तुति...!
ReplyDelete--
आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा आज रविवार (03-11-2013) "बरस रहा है नूर" : चर्चामंच : चर्चा अंक : 1418 पर भी है!
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सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का उपयोग किसी पत्रिका में किया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।
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प्रकाशोत्सव दीपावली की
हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
आपका बहुत बहुत आभार |
Deleteसुंदर !
ReplyDeleteदीपपर्व शुभ हो !
दीपावली की हार्दिक शुभकामनायें ! बहुत ही सुंदर कामना है रचना में ! आज सभीके घरों के साथ-साथ मनों में भी उजाला हो यही कामना है !
ReplyDeleteसुन्दर प्रस्तुति।।
ReplyDeleteआप सभी को दीपों के उत्सव दीपावली की हार्दिक बधाईयाँ एवं शुभकामनाएँ।।
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पाव पाव दीपावली, शुभकामना अनेक |
ReplyDeleteवली-वलीमुख अवध में, सबके प्रभु तो एक |
सब के प्रभु तो एक, उन्हीं का चलता सिक्का |
कई पावली किन्तु, स्वयं को कहते इक्का |
जाओ उनसे चेत, बनो मत मूर्ख गावदी |
रविकर दिया सँदेश, मिठाई पाव पाव दी ||
वली-वलीमुख = राम जी / हनुमान जी
पावली=चवन्नी
बहुत सुंदर . दीपोत्सव की मंगलकामनाएँ !!
ReplyDeleteनई पोस्ट : कुछ भी पास नहीं है
बहुत सार्थक संदेश देती कविता!
ReplyDeleteहार्दिक आभार!
दीपावली पर अनेकों शुभकामनाएं!!
सादर,
सारिका मुकेश
बहुत सुंदर.
ReplyDeleteदीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं.
रामराम.
दीपावली की हार्दिक शुभकामनायें .....!
ReplyDeleteबहुत ही सुन्दर रचना , सर
ReplyDeleteनया प्रकाशन --: दीप दिल से जलाओ तो कोईबात बन
सार्थक सन्देश देती सुन्दर रचना ...
ReplyDeleteदोपावाली के पावन पर्व की बधाई ओर शुभकामनायें ...
अति सुन्दर रचना .
ReplyDeleteपावन पर्व की हार्दिक शुभकामनाएँ”
nc post
ReplyDeletehttp://drpratibhasowaty.blogspot.in/2013/11/blog-post.html?spref=fb
--------sr mujhe title pst karna sikha dijiye /plz
मेरा फ़ोन ०९६६६९८ १०७७ ,,फ़ोन में बता देंगे |फ़ोन करें |
Deletemae aapko ph kar lungi ------- 087913 50257 / my mob no ! maene fir ek koshish to ki h sr :)
Deleteचाँद
बधाई महत्वपूर्ण सौद्देश्य लेखन के लिए। उत्सव त्रयी मुबारक। पर्यावरण हमारा अस्थि मज़जा बोन मैरो है। हम खुद ही हैं पारितंत्र -पर्यावरण ये एहसास ज़रूरी है कार्बन फुट प्रिंट को थामने के लिए।
ReplyDeleteयही एहसास जगाती है ये प्रेम शुभ भावना आप्लावित रचना।
प्रकाशोत्सव के महापर्व दीपादली की हार्दिक शुभकानाएँ।
ReplyDeleteदीपावली पर सुंदर संदेश। शुभ दीपावली।
ReplyDeleteआप सभी को सपरिवार दीपावली की बहुत बहुत हार्दिक बधाइयाँ और मंगलकामनायें !!
ReplyDeleteब्लॉग बुलेटिन की आज की बुलेटिन आई थोड़ी मीठी - थोड़ी खट्टी दिवाली - ब्लॉग बुलेटिन मे आपकी पोस्ट को भी शामिल किया गया है ... सादर आभार !
बहुत सुन्दर रचना ... दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएँ
ReplyDeleteदीपों की इस पर्व पर हार्दिक बधाइयाँ............ सुंदर रचना
ReplyDelete
ReplyDeleteसार्थक अभिव्यक्ति
दीपावली की हार्दिक शुभकामनायें
दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं.
ReplyDeleteबहुत खूब, होना तो ऐसा ही चाहिए, देखिए ………
ReplyDeleteसुंदर भाव ...हार्दिक शुभकामनायें
ReplyDeleteबहुत सुन्दर...दीपोत्सव की हार्दिक शुभकामनायें!
ReplyDeleteवाह ... बहुत ही बढिया
ReplyDeleteजीवन की कटु सत्य से अवगत कराती व शुभ सन्देश देती हुई कविता
ReplyDeleteशुभ दीपावली
हैप्पी दीपावली
ReplyDeleteमनभावन सन्देश परक भाव गीत।संस्कृति वंदन सा। सांस्कृतिक थाती सा।
ReplyDeleteRachana bahut hi sundar .......abhar ke sath dipavali pr hardik shubhkamnayen
ReplyDeleteबेहतरीन रचना.........
ReplyDeletesundar sandesh .....sundar rachna
ReplyDeleteye post mere dusre blog par h / jispar aap kabhi nahi aae sr :)
ReplyDeleteचाँद