ग़ज़ल/गीतिका(बिना रदीफ़)
अच्छे कर्मो का होता अच्छा ही परिणाम
जिसने किया बुरा काम वही भोगा अंजाम |
मानव जन्म मिला है भाई करो न बर्बाद
भजते↓ रहो राम कृष्ण मिल जायेगा↓ देव धाम |
ग्रीष्म काल में आती हाट में, फलों की बहार
आडू, लीची, अनार मीठा, उनमे नृप आम |
खाली दिमाग शैतान का↓ घर कहते प्रज्ञ जन
उद्यमी↓ को चौबिश घन्टे पड़ता है अयाम |
मीठा मधुर सुगन्धित है पौष्टिक आमा रस
पीने से संतोष मिले बढ़ जाता है काम|
अयाम -समय की कमी
कालीपद'प्रसाद'
बहुत सुन्दर प्रस्तुति
ReplyDeleteजैसा काम वैसा देता है ऊपर वाला इनाम