बन्दे का काम घेर, उसूलों ने ले लिया
है गलतियाँ रहस्य, बहानों ले लिया |१
है गलतियाँ रहस्य, बहानों ले लिया |१
वो बात जो थी कैद तेरे दिल की जेल में
आज़ाद करना काम अदाओं ने ले लिया |२
आज़ाद करना काम अदाओं ने ले लिया |२
चुपके से निकले घर से, सनम ने बताया था
वो जिंदगी का राज़ निशानों ने ले लिया |३
वो जिंदगी का राज़ निशानों ने ले लिया |३
धरती को चाँदनी ने बनायीं मनोरमा
विश्वास नेकनाम सितारों ने ले लिया |४
विश्वास नेकनाम सितारों ने ले लिया |४
मिलता है सुब्ह शाम समय रिक्त अब नहीं
पूरा दिवस व रात्रि किताबों ने ले लिया |५
पूरा दिवस व रात्रि किताबों ने ले लिया |५
बादल बरसते पौष, हुए फायदा बहुत
आनंद सब उधार फिजाओं ने ले लिया |६
आनंद सब उधार फिजाओं ने ले लिया |६
सामान थे अनेक प्रसाधन के थे सकल
चारो तरफ से घेर हसीनों ने ले लिया |७
चारो तरफ से घेर हसीनों ने ले लिया |७
आकाश है पलंग बिछाना कपास है
नीरद उड़ान तेज हवाओं ने ले लिया |८
नीरद उड़ान तेज हवाओं ने ले लिया |८
वादा बहुत किया है कुशल क्षेम आयगा
सबका है साथ हाथ बयानों ने ले लिया |
सबका है साथ हाथ बयानों ने ले लिया |
© कालीपद ‘प्रसाद’
आपकी लिखी रचना "पांच लिंकों का आनन्द में" बुधवार 21 दिसम्बर 2016 को लिंक की गई है.... http://halchalwith5links.blogspot.in पर आप भी आइएगा....धन्यवाद!
ReplyDelete