मन जब चंचल होता है ,भटकता है यहाँ वहाँ
ढूंढ़ा तुझको सारे जहाँ ,पता नहीं तु छुपा है कहाँ |
वन में ढूंढ़ा ,पर्वत में ढूंढ़ा ,ढूंढ़ा बाग़ बगीचे में
दिल को कुछ शुकून मिला ,फूलों में ताजगी जहाँ |
इंसानों में तो नफ़रत भरा है ,नफ़रतों में तू कहाँ
कुछ एहसास हुआ मुझ को ,दिल में है प्यार जहाँ |
प्रेमी चालाक ,प्रेमिका चतुर ,प्रेम में वो वफ़ा कहाँ
तेरा एहसास होता है वहाँ ,प्यार में सादगी जहाँ |
पूछा तेरा पता हर प्राणी ,हर खुदाई से यहाँ
मूक संकेत मिला मुझे ,तू है ,खिला नव पल्लव जहाँ |
निश्छल हँसी बच्चों में ,सुमन के सौरभ जहाँ
तेरा दर्शन तो नहीं हुआ,पर तू मिले मुझ से वहाँ |
तू है यहीं कहीं मेरे आस पास ,मानते है सारे जहाँ !
दीदार को दिल दीवाना है ,एहसास है पर दीदार कहाँ ?
कालीपद "प्रसाद "
सर्वाधिकार सुरक्षित
ढूंढ़ा तुझको सारे जहाँ ,पता नहीं तु छुपा है कहाँ |
वन में ढूंढ़ा ,पर्वत में ढूंढ़ा ,ढूंढ़ा बाग़ बगीचे में
दिल को कुछ शुकून मिला ,फूलों में ताजगी जहाँ |
इंसानों में तो नफ़रत भरा है ,नफ़रतों में तू कहाँ
कुछ एहसास हुआ मुझ को ,दिल में है प्यार जहाँ |
प्रेमी चालाक ,प्रेमिका चतुर ,प्रेम में वो वफ़ा कहाँ
तेरा एहसास होता है वहाँ ,प्यार में सादगी जहाँ |
पूछा तेरा पता हर प्राणी ,हर खुदाई से यहाँ
मूक संकेत मिला मुझे ,तू है ,खिला नव पल्लव जहाँ |
निश्छल हँसी बच्चों में ,सुमन के सौरभ जहाँ
तेरा दर्शन तो नहीं हुआ,पर तू मिले मुझ से वहाँ |
तू है यहीं कहीं मेरे आस पास ,मानते है सारे जहाँ !
दीदार को दिल दीवाना है ,एहसास है पर दीदार कहाँ ?
कालीपद "प्रसाद "
सर्वाधिकार सुरक्षित
जहाँ सत्य है, शिव है, सुन्दर है, जहाँ करुणा है, दया है, निस्वार्थ प्रेम है, जहाँ परोपकार है और अहम का बलिदान है वहीं खुदा, इश्वर, या गॉड है ! सुन्दर सार्थक प्रस्तुति !
ReplyDeleteबेहद खुबसूरत अभिव्यक्ति ..... उम्दा रचना
ReplyDeleteबहुत हि सुंदर , आदरणीय धन्यवाद !
ReplyDeleteInformation and solutions in Hindi ( हिंदी में समस्त प्रकार की जानकारियाँ )
हर शेर नए अर्थ लिए ... सच्चाई बयां करते हुआ ....
ReplyDeleteबधाई इस ग़ज़ल की ...
सुन्दर रचना !
ReplyDeleteबहुत ही सार्थक रचना
ReplyDeleteसाथ रहता है पर मिलता नहीं !
ReplyDeletebahut sundar.
ReplyDeleteअति सुन्दर रचना.....
ReplyDeleteसुन्दर प्रस्तुति .......
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