कायर डायर चलवाया था गोली जालियावाला बाग़ में
जहाँ आये थे आज़ादी के दीवाने,आज़ादी को हासिल करने !
तालिवानी डायर ने चलवाया गोली पेशावर के स्कूल में
फूलों जैसे कोमल बच्चे जब मगन थे खुदा के इबादत में |
विद्या मंदिर पेशावर को ,दरिंदों ने बना दिया बध-स्थान
क्रूरता से बना दिया उसे ,उन मासूमों का कब्र-स्थान |
बच्चे होते हैं भगवान का रूप,कहते हैं गीता,बाइबिल,कुरआन
उनको मारनेवाला नहीं हो सकते, कभी इस जग का इंसान |
गर वीर होते वे ,लड़ते जंग में आकर वीरों से आमने सामने
मासूमों पर गोली चलाकर ,कायरता का सबुत दिया है सब ने |
निष्पाप निरपराधी अजातशत्रु ,शत्रुता से बेखर थे वे सब बच्चे
उन्हें मारकर आतंकियों ने ,इंसानियत के भाल पर लगाये धब्बे |
बुझ गए दीये शैशव में ,डूब गए अचानक प्रभात के तारे जैसे
खाली हो गयी माँ की गोद ,छलकती अश्कों को अब रोके कैसे ?
‘पाक’ ने पाला था सांप आस्तीन में, भारत को डसने के लिए
वही साँप ने डस लिया उसे,वक्त है अब केवल पछताने के लिए |
कालीपद "प्रसाद"
सर्वाधिकार सुरक्षित
कल 21/दिसंबर/2014 को आपकी पोस्ट का लिंक होगा http://nayi-purani-halchal.blogspot.in पर
ReplyDeleteधन्यवाद !
आपका आभार यशवंत जी
Deleteआपका आभार डॉ रूपचंद्र शास्त्री जी
ReplyDeletehttp://ranjanabhatia.blogspot.in/
ReplyDeleteसार्थक रचना
ReplyDeleteजो दूसरों के लिए गड्ढे खोदता है उसी गड्ढे में खुद गिर जाता है...बेहद अफसोसनाक वहशियाना हरकत...
ReplyDeleteबेहद दुखद घटना......
ReplyDeleteअफसोस जनक। अब तो सुधर जायें।
ReplyDeleteमानवता यकीनन मरी होगी १६ तारीख को ...
ReplyDeleteबहुत दुखद...
ReplyDeletebehad sharmnaak ghatna thi...shayad is ghatna par har aankh se aansoo gire honge...achcha likha hai aapne
ReplyDeleteबेहद शर्मनाक घटना....
ReplyDeleteकाश, इन आतंकियों को पता होता की वे क्या कर रहे है!! सुंदर रचना...
ReplyDeleteमार्मिक और सटीक
ReplyDeleteसुन्दर सटीक रचना |सत्य को उजागर करती |
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