Wednesday 31 December 2014

नव वर्ष २०१५

                                                                 

कायनात  का नियम है 
हर क्षण चलते जाना है 
रुक गया जो रास्ते में 
उसका मरना निश्चित है l

ग्रह नक्षत्र तारे सब चल रहे हैं 
हमारी धरती ग्रह में शामिल है 
जन्म से निरन्तर चल रही है 
सिद्दत से नियमों का पालन कर रही है l 

यही कारण है कि एक साल का गमन
एक दूसरा साल का हो रहा है आगमन ,
जाने वाला साल पुराना  हो चूका है
आने वाला साल को "नव वर्ष " कहते हैं l

"नव वर्ष "नवीन उम्मीद जगाता है 
हर निराश जन में नया जोश भरता है 
पुराने वर्ष में कटु और मधुर अनुभव है 
कटुता भूलकर , नया उद्योम करता है l

नयासाल का हर्षोल्लास स्वागत होता है 
पुराने  साल का म्लान  विदाई होती है
"भविष्य मधुर हो "यही हमारी आशा है 
"नव वर्ष मंगलमय हो"यही हमारी दुआ है |

कालीपद "प्रसाद "

11 comments:

  1. दिल को छूती बहुत मर्मस्पर्शी प्रस्तुति...लाज़वाब

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  2. आशा और उम्मीद भरी रचना ...
    आपको और परिवार में सभी को नव वर्ष की हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं ...

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    1. आपको और आपके परिवार के सभी को भी नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं |

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  3. एक उम्मीद के साथ फिर से उठकर जोश से चलने को तैयार होना सिखाता है नया साल ....
    सुन्दर प्रस्तुति
    नए साल की हार्दिक मंगलकामनाएं!

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    1. नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाए|

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  4. नव वर्ष मंगलमय हो

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    1. नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं |

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  5. बहुत सुन्दर...नव वर्ष की हार्दिक मंगलकामनायें!

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  6. सुंदर भावाभिव्यक्ति.... नूतन वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएँ...

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  7. बहुत ही बेहतरीन और सुन्दर रचना...
    नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं

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