आप सबको शारदीय नवरात्रों ,दुर्गापूजा एवं दशहरा
का शुभकामनाएं ! गत वर्ष इसी समय मैंने महिषासुर बध की कहानी को
जापानी विधा हाइकु में पेश किया था जिसे आपने पसंद किया और सराहा | उससे
प्रोत्साहित होकर मैंने इस वर्ष "शुम्भ -निशुम्भ बध" की कहानी को जापानी
विधा "तांका " में प्रस्तुत कर रहा हूँ | इसमें २०१ तांका पद हैं !
दशहरा तक प्रतिदिन 20/२१ तांका प्रस्तुत करूँगा |आशा है आपको पसंद आयगा
|नवरात्रि में माँ का आख्यान का पाठ भी हो जायगा !
भाग ६ से आगे
१२७
मात्री गणों का
असुरों का हनन
करते देख
दैत्य सैनिक भीत
डर के भाग गए |
१२८
भागते देख
रक्तबीज नमक
दैत्य क्रोध में
युद्ध के लिए आये
वर प्राप्त दैत्य था |
१२९
रक्त की बूंद
उसके शरीर से
भू पर गिरे
शक्तिशाली दूसरा
दैत्य पैदा हो जाता |
१३०
लेकर गदा
हाथ में रक्तबीज
करने लगा
युद्ध इन्द्र शक्ति से
भयंकर संग्राम ||
१३१
तब ऐन्द्री ने
रक्तबीज को मारा
अपना बज्र
बज्राघात घायल
रक्तबीज का रक्त .....
१३२
गिरा भू पर
हर बूंद खून से
उत्पन्न हुए
अनुरूप उसके
एक और असुर |
१३३
दैत्य रक्त के
जितने बूंद गिरे
उत्पन्न हुए
असुर उतने ही
रक्ताबीज समान |
१३४
पराक्रमी थे
सब बलवान थे
वीर्यवान भी
अस्त्र शस्त्रों के साथ
युद्ध करने लगे |
135
मात्री गण भी
असुरों के सहित
संग्राम किया
पुन; पुन: बज्र से
रक्तबीज को मारा |
१३६
हजारों दैत्य
तब पैदा हो गए
रक्तबीज सा
सहस्त्र महादैत्य
सम्पूर्ण युद्ध स्थल |
१३७
असुरों द्वारा
डराया देवताओं भी
हुआ चिंतित
देख देवताओं को
चिंतित ओ उदास |
१३८
काली देवी ने
फैलाया मुख और
गिरने वाले
हर रक्त बिंदु को
मुहँ में ले पी लिया |
१३९
महादैत्य के
रक्त को पीती हुई
प्रत्येक बूंद
रण में विचरती
महादेवी चामुण्डा|
१४०
दैत्यों का सारा
रक्त क्षीण हो गया
क्षीण असुर
रक्तबीज का रक्त
समाप्त हुआ सब |
१४१
चामुण्डा देवी
छोड़ा नहीं बूंद भी
पी लिया सब
चण्डिका मारी बज्र
निहत रक्तबीज |
१४२
हर्षित देव
अनुपम आनन्द
देवलोक में
सब मात्री गण भी
तृप्त रक्त पान से |
नवरात्रों की शुभकामनाएं |
क्रमशः
कालीपद "प्रसाद "
सर्वाधिकार सुरक्षित
बहुत सुन्दर प्रस्तुति ..
ReplyDeleteजय माँ भवानी!
नवरात्र की शुभकामना!
आपका आभार रविकर जी !
ReplyDeletejay mata di
ReplyDeleteसुंदर ।
ReplyDeleteबहुत सुन्दर प्रस्तुति...जय माता दी...
ReplyDeleteसब को नवदुर्गा-वृत्त की शुभकामना ! आज के वृद्ध-दिवस की वधाई सभी वरिष्ठ नागरिकों को !
ReplyDeleteसभी वरिष्ट नागरिकों को अभिनन्दन !
DeleteAti sunder ....!!
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